भजप्पा की विजय में छिप गईं ये मजेदार बातें

प्रातः स्मरणीय श्री हेमेंद्र जी ब्रो कहते हैं कि चुनाव बोरिंग होते हैं, नतीजे मजेदार। रिजल्ट आ गए, बड़े बूढ़े हार गए। यूपी में एक मोंक की जीत हुई लेकिन पंजाब में ओल्ड मोंक जीत गई। निस्संदेह अब पंजाब सिर्फ उड़ता पंजाब नहीं रहा, बहता और डगमगाता भी है। 

एक चुन्नीदार मूर्खमंत्री, माफ़ कीजिये, मुख्यमंत्री दो बार एक शराबी से बेईज्जत हुआ है। अबे हारो तो हार जाओ, लिखवा रहे हो कि चुन्नी हारेगा और हार गए? कतई राहुल बाबा के ही शागिर्द हो, एक ईवीएम ही बेवफा होने से बचा लेते। 

 खैर, क्या हुआ उसमें न पड़ते हुए मजेदार बातें देखते हैं। 

1. वोट मिले 1 करोड़, सीट मिली 1?

यूँ ही नहीं बुआ कहती कि ईवीएम गड़बड़ है। इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट कह रही है कि बुआ की पार्टी को टोटल वोट 1 करोड़ मिले लेकिन सीट ??

2. अब्बास के आतंकी अब्बा भी अब बचा नहीं पाएंगे, बाबा उनकी छुट्टी वाली शिमला मऊ में बनाने वाले है। 

और दो बेटा धमकी। जिस पुलिस प्रशासन को धमका रहे थे, अब वो ढूंढ ढूंढ के पेलेंगे। दो अधिकारीयों ने प्रातः स्मरणीय ब्रो को बताया है कि इसके पीछे छोटे छोटे बच्चे भेज कर इसे चिढ़ाया जाएगा और इसे मानसिक विक्षिप्त घोषित कर पेलेंगे। 

3. योगी जी नोएडा गए, जीत गए, नोएडा का अंधविश्वास तोड़ डाला लेकिन बरखा आंटी से मिली तो इंसानियत के बैटमैन, सोनू सूद की बहन भी हार सकती है, सो हार गई है।

4. एक चैनल था, स्टार वन। उसमें कॉमेडी टैलेंट शो हो रहा था। उसमें जज थे सिद्धू जी और शेखर सुमन। प्रत्याशी बन कर आया था भगवंत शराबी मान। 

भगवंत शराबी मान आज जज है, और सिद्धू का न पूछो। 

https://www.youtube.com/watch?v=IrvCbMwe6Xs&ab_channel=pitbullstylish

5. मुनव्वर काणा साहब की तबियत बिगड़ गई है। वैसे यूपी छोड़ने से मुकर चुके हैं। 

6. 2014 के बाद से अखिलेश भैया चौथी बार बेईज्जत हुए हैं। एक बार उन्हें राहुल गाँधी ने बेवकूफ बना दिया (यकीं कीजिये! अपना राहु बाबा भी कुछ लोगों को अप्रैल फूल बना सकता है) एक बार बुआ ने और इस बार जयंत ने।  

7. स्वामी भाजपा वालों को हराने वाले थे। खुद को नेवला कह रहे थे, खुद हारे साथ में भैया को भी हरवा दिए। 

8. क्रिकेटर चाहे कैसा भी हो, सिद्धू जैसे नेता पेंदी में छेद ही करते हैं। सिद्धू को चाणक्य शाह ने राहु गाँधी जी के पास भेजा था। सिद्धू ने जो कहा था, किया।



9. टेढ़े मेढ़े नेताओं का साथ नुकसान देता है। अगली बार अकेले लड़ें तो जीत सकते हैं अखिलेश भैया। जो नेता अपनी पार्टी छोड़ कर आपके पास आया है, उसको कोई और ज्यादा फायदा देगा, वो दोबारा आपको भी दुलत्ती देके भागेगा। 

10. गधे को कितना भी घिस लो, धो लो, तार पे फटक के सुखा भी लो, घोडा नहीं बन सकता। इस वाक्य का किसी राजनितिक दल के राजकुमार से कोई लेना देना नहीं है। 



आखिरी लकीर: 

हिंदुत्व की जीत हुई, धर्म की जीत हुई। महादेव के भक्तों ने विधर्मी बेशर्मों को 'हरा' दिया है। भगवा खिला है, उल्लास हो आनंद हो। 

होली मुबारक भक्तों !!

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